Thursday, October 11, 2012

घटती बेटियां, बढ़ते दुल्हनों के दलाल

झुंझुनूं। शिक्षा में अग्रणी झुंझुनूं जिले के वाशिंदे भले ही अपनी
बेटियों को अच्छा पढ़ा लिखा रहे हों, लेकिन दूसरा स्याह पहलू यह है कि
जिले में ज्यो-ज्यों शिक्षा का ग्राफ बढ़ रहा है, ठीक उसी रफ्तार से
बेटियों की संख्या कम होती जा रही है। बेटियों की घटती संख्या का ही
नतीजा है कि यहां के लडकों के लिए दुल्हन मिलना मुश्किल हो गया है।
दुल्हन नहीं मिलने के कारण युवकों के परिजन रूपए देकर दलालों के माध्यम
से दूसरे राज्यों से दुल्हन खरीदकर ला रहे हैं। दुल्हन लाने वाले दलालों
की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। भड़ौंदा में मिली फलक की मां मुन्नी
उर्फ अनिता भी बिहार से झुंझुनूं के ही दलालों के माध्यम से यहां पहुंची
है।
दस वर्ष में आई साढ़े तीन हजार दुल्हनें : शिक्षित रोजगार केन्द्र प्रबंध
समिति झुंझुनूं की ओर से कराए गए सर्वे के मुताबिक वर्ष 2001 से 2011 तक
लगभग साढ़े तीन हजार दुल्हन दलालों के माध्यम से बाहर से जिले में आई है।
यह आंकड़ा पिछले पांच साल से ज्यादा बढ़ा है। अधिकांश लड़कियां बिहार,
महाराष्ट्र के आकोला, बंगाल,छत्तीसगढ़,त्रिपुरा व उड़ीसा से लाई गई हैं।
केस एक
सूरजगढ़ इलाके के भगीना निवासी उदयभान से कस्बे के ही महेश व मधू ने शादी
करवाने का झांसा देकर पैंसठ हजार रूपए ले लिए। दोनों ने ना तो उसे दुल्हन
लाकर दी। ना ही पैसे लौटाए। बाद में उसे 12 जनवरी को पुलिस में मामला
दर्ज करवाना पड़ा।
केस दो
गुढ़ागौड़जी इलाके के टीटनवाड़ निवासी रणजीत से निकट के ही बासड़ी गांव
निवासी माया,विमला, सरोज, सविता व प्रकाश ने शादी का झांसा देकर एक लाख
रूपए ले लिए। लेकिन ना तो उसकी शादी करवाई ना ही रूपए लौटाए। बाद में दो
जनवरी को उसे पुलिस में मामला दर्ज करवाना पड़ा।
हर दिन घटती 12 बेटियां
वर्ष 2011 में जिले में 0 से छह वर्ष तक के बच्चों की संख्या 285395
रही।इनमें से लड़कों की संख्या 155868 तथा लड़कियों की संख्या 129527
रही। छह वर्ष में 26342 लड़कियां कम पैदा हुई। एक वर्ष में 4390 तथा एक
माह में 366 लड़कियों की कमी हुई। इस हिसाब से प्रतिदिन लगभग 12 लड़कियां
कम पैदा हो रही हैं।
समाज में शिक्षा तो बढ़ रही है।हम साक्षर भी हो रहे हैं। लेकिन कुरीतियों
को नहीं छोड़ रहे हैं। परिजनों को सबसे बड़ा डर बेटी की सुरक्षा व दहेज
का सता रहा है। यदि यही स्थिति रही तो समाज में अपराध बढ़ना तय है।




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