Tuesday, October 23, 2012

महिलाओं का रिमोट कंट्रोल


जब से नारी जाति में शिक्षा के प्रति जागरूकता आई है और उसने अपने मुबारक कदम अपनी घर की दहलीज से बाहर निकाले है उसके बाद से ही उसका ज्यादातर रिमोट पुरुषों ने अपने हाथ में रखने की कोशिश की है तो किन्ही विशेष परिस्थितियों में उसने खुद ही पुरुषों के हाथ में चाहे और अनचाहे , अनजाने में ही अपना रिमोट सिस्टम सौंप दिया है …..
अपने नम्बर बढ़वाने + पास करवाने की ऐवज में कभी भूले भटके वोह खुद ही , और ज्यादातर मामलों में जबरन उसका रिमोट कलियुगी शिक्षकों द्वारा अपने हाथ में ले लिया जाता है ….. उसके बाद नौकरी का नियुक्ति पत्र पाने + तरक्की पाने के लिए भी महिलाए अपना रिमोट पुरुषों के हाथ में स्वेच्छा से देती रही है ….. रिशेप्शनिस्ट तथा पर्सनल सेक्रटरी की पोस्ट पर कार्यरत महिलाओं से तो यह आशा हर हाल में की ही जाती है + रखी जाती है की वोह अपने बॉस के रंग में रंग कर उसकी चहेती बन कर दिखलाये …..
महिलाएं किसी भी क्षेत्र में चली जाए बस उनसे एक ही आशा रखी जाती है और बस एक ही अपेक्षा की जाती है ….. महिलाए किसी भी जगह पर सुरक्षित नहीं है यहाँ तक की धार्मिक स्थलों पर भी धर्म के ठेकेदारों ने धार्मिक स्थलो की मान मर्यादा को बार बार भंग किया है तथा वहां पर भी औरतों की इज्जत को तार तार किया है ….. दुःख की बात है की किसी भी धर्म के धार्मिक स्थान इन कामो से अछूते नहीं है , और आजकल के आधुनिक ढ़ोंगी और पाखण्डी बाबाओं के तो कहने ही क्या ?….. शिकायत मिलने पर इनके डेरों से अक्सर ही छापामारी में अश्लील सामग्री के साथ साथ लड़किया मिल जाती है जिनकी आत्मा तक का कंट्रोल स्वामी जी के हाथ में पकडे अद्रश्य रिमोट में समाया होता है …..
और अगर हम राजनीति की बात करे तो इसके बारे में एक बड़ी ही मशहूर कहावत है की "लुच्चा लफंगा चौधरी और बदनाम औरत प्रधान" ….. इस क्षेत्र में कोई विरली ही महिला होगी जिसका की रिमोट किसी नेता के हाथ में ना हो …. आप सोचते होंगे की सब कुछ पता होते हुए भी औरते इस क्षेत्र में अपनी किस्मत क्यों आजमाती है ….. इस फील्ड में पैसा + शोहरत और सत्ता का आकर्षण इनको अपनी तरफ खींचता है ….. लेकिन अपने अकेली के बलबूते भी शायद ही किसी ने राजनीती में प्रवेश किया हो + पैर रख कर अपना मुकाम बनाया हो ममता दीदी की तरह ….. उनको शुरुआत में या फिर बाद में किसी ना किसी पुरुष का सहारा लेना ही पड़ता है कुमारी जयललिता और कुमारी मायावती की तरह ….. और इस फील्ड के यह घाघ नेता इनका क्या हश्र करते है यह खुद इनके इलावा कोई भी नहीं जानता …..
राजनीति के बाद बात आती है माडलिंग तथा फ़िल्मों से जुड़े हुए क्षेत्र की ….. इसमें नारी कितनी सुरक्षित है यह किसी से कहने या बताने की जरूरत नहीं है ….. लेकिन यहाँ पर उसका रिमोट अलग अलग समय में अलग -२ पुरुषों के हाथो में बदलता रहता है ….. बड़े पर्दे पर दिखने की चाहत की बात तो रहने दीजिए हमारे बुद्धू बक्से में प्रसारित होने वाले धारावाहिकों में भी रोल देने के नाम पर पर्दे के पीछे बहुत कुछ होता है …..
इसके बाद बारी आती है जबरन वैश्याव्रती के धन्धे में धकेल दी गई महिलायों की …. अपने पिछले जन्म के पापों की सज़ा भुगत रही उन बेचारियों के एक ही समय में अनेको हाथों में रिमोट कंट्रोल रहते है जैसे की कोठे वाली बाई और दलाल वगैरह तथा इस पेशे से जुड़े हुए गुंडों के हाथों में …. लेकिन आजकल की आधुनिक हाई फाई सोसाइटी की देन कालगर्ल देखने में चाहे अपनी मर्जी से इस धन्धे में आई हुई दिखती हो लेकिन असल में उसका रिमोट भी किसी ना किसी रूप में किसी पुरुष के हाथ में ही होता है | जब इस प्रकार की खबरों को की शादी / नौकरी का झांसा देकर शारीरिक शोषण / बलात्कार करता रहा|
लेकिन शादी के नाम पर अपने जिस्म और रूह का रिमोट कंट्रोल पराये पुरुष को देने
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खाने के बदले विदेशियों ने बनाई न्यूड फिल्म!

रोहतक के प्रोटेक्शन होम में महिलाओं के यौन शोषण का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। प्रोटेक्शन होम में रहने वाली महिलाओं ने आरोप लगाया है कि अक्सर यहां विदेशी नागरिक आते थे और उनकी नंगी तस्वीरें उतारते थे।आरोप गंभीर हैं लेकिन केस दर्ज करने के लिए पुख्ता सबूतों की जरूरत है।

एनजीओ भारत विकास संघ प्रोटेक्शन होम का संचालन करता है। मई में बाल कल्याण संरक्षण के राष्ट्रीय आयोग ने एनजीओ के दफ्तर पर छापा मारा था। एनसीपीसीआर ने 9 मई को प्रोटेक्शन होम से 10 से 15 की उम्र के 90 नाबालिक को छुड़ाया था। होम की मालकिन जसवंती देवी पर इममोरल ट्रैफिकिंग,प्रताड़ना और बंधुआ मजदूरी को प्रोत्साहित करने का केस दर्ज किया गया था।

हरियाणा और पंजाब हाईकोर्ट की ओर से गठित चार सदस्यीय टीम के सामने महिलाओं ने बताया कि मुंबई से आए विदेशी नागरिकों ने उनकी नंगी तस्वीरें उतारी थी। उन्होंने अच्छा खाना और अच्छे कपड़े देने का लालच देकर नंगी फिल्में उतारी थी। जसवंती देवी का दामाद जय भगवान लड़कियों को विदेशियों के आने से पहले सूचित करता था। विदेशी मेहमानों की यहां खूब आवभगत होती थी।

ये खुलासे चौंकाने वाले हैं। जांच रिपोर्ट कोर्ट के सामने पेश किए जाने के बाद ही पूरे मामले से पर्दा हटेगा। अगर मामले की जांच हरियाणा से बाहर की किसी स्वतंत्र एजेंसी से कराई जाती तो पीडितों को न्याय मिलने की ज्यादा गुंजाइश है।

सूत्रों के मुताबिक विदेशी लोगों के खिलाफ आरोपों की बात जसवंती देवी से पूछताछ के दौरान भी सामने आई थी। आरोप है कि प्रोटेक्शन होम में रहने वाली लड़कियों को चंडीगढ़ में आला अधिकारियों के यहां होने वाली आलीशान बर्थडे पार्टियों में ले जाया जाता था। 18 साल से अधिक उम्र की लड़कियों को पैसे लेकर उम्र दराज लोगों से जबरन शादियां करा दी जाती थीं।
बच्चों से कराते थे न्यूड योगा,ओरल सेक्स
हरियाणा के रोहतक का अपना घर अय्याशी का अड्डा बना हुआ था। यहां पांच से 10 साल के बच्चों से न्यूड योगा और ओरल सेक्स कराया जाता था। अपना घर की संचालिका जसवंती देवी का दामाद जय भगवान सिंह और ड्राइवर सतीश बच्चों को यह सब करने के लिए मजबूत करते थे। सतीश न्यूड योगा करते हुए फिल्म उतारता था। यही नहीं लड़कियों के गर्भवती होने पर उनका गर्भपात करा दिया जाता था। यहां रहने वाली एक महिला को तो एड्स से ग्रसित पाया गया है।

शादी की नौटंकी और सेक्स

लड़कियों को यह कहते हुए पुरूषों के गले में माला पहनाने के लिए मजबूर किया जाता था कि तुम्हारी शादी हो गई है। इसके बाद उन्हें शारीरिक संबंध बनाने के लिए कहा जाता था। रिपोर्ट के अनुसार अपना घर से दूसरी जगह शिप्ट की गई महिला को एचआईवी पोजिटीव पाया गया है। जसवंती देवी ने एक गूंगी और बहरी बच्ची को तीन बार बेचा था। एक अन्य बच्ची प्रेगनेंट हो गई थी। गौरतलब है कि हाल ही में राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने हाल ही में अपना घर पर छापा मारा था।

नशा देकर होता था यौन शोषण
लड़कियों को टूथपाउडर के नाम पर दिया जाने वाला सफेद पाउडर नशा था जिसका इस्तेमाल लड़कियों के यौन उत्पीड़न के लिए किया जा रहा था। यही नहीं छोटे बच्चों को मंदिरों में चोरी करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था और इसके लिए उन्हें गंजा करके रखा जाता था। रिपोर्ट में बताया गया कि करनाल के नारी निकेतन में रहने वाली पांच लड़कियों ने कमेटी के समक्ष शारीरिक उत्पीड़न की शिकायत की।

लड़कियों ने कहा कि उन्हें जबरन गोलियां खिलाकर उनका गर्भपात कराया गया। पानीपत स्थित मदर टेरेसा मिशनरी ऑफ चेरेटी में रहने वालों की हालत तो ऎसी थी कि वे अपनी शिकायत भी नहीं बता पाए। उन्हें देखकर अंदाजा लगाया जा सकता था कि बच्चे नशे की हालत में हैं।

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नाबालिग प्लेयर का आरोप, पैरंट्स कराते थे वेश्यावृत्ति

नैशनल लेवल की नाबालिग खिलाड़ी से जबरन वेश्यावृत्ति कराने का मामला सामने आया है। पीड़िता का आरोप है कि उसके माता - पिता ही उससे जबरन देह व्यापार कराते थे। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी जाती थी। मौका पाकर वह मौसी के घर आई और तब जाकर पूरे मामले का खुलासा हो पाया। मौसी की पहल पर एसपी ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं। अभी उसे एक एनजीओ में रखा गया है।


महम , रोहतक की रहने वाली नैशनल किक बॉक्सिंग की खिलाड़ी ने आरोप लगाया कि उसके माता - पिता और परिवार के अन्य लोग उससे जबरन वेश्यावृत्ति कराते थे। इस घिनौने खेल में कई हाई प्रोफाइल लोग भी संलिप्त हैं। शोषण करते समय उसकी आंखों पर काली पट्टी बांध दी जाती थी। विरोध करने पर परिवार के लोग उसे जान से मारने की धमकी देते थे। करीब चार साल से लगातार उसका शारीरिक शोषण किया जा रहा है। उसने बताया कि एक दिन मौका पाकर वह अपने घर से भाग निकली और सीधे रेवाड़ी में रहने वाली मौसी के पास आ गई। उसने मौसी को पूरी आपबीती बताई। इसे सुनकर उसकी मौसी भी सकते में आ गई।


उसने बताया कि उसकी मौसी उसे लेकर जिला बाल संरक्षण अधिकारी संतोष अलाहवादी के पास आई। उन्होंने उसकी कहानी सुनी तो वह भी दंग रह गईं। उसे तत्काल आस्था कुंज में भर्ती करवा दिया और इस पूरे घटना क्रम से जिले के एसपी अभिषेक गर्ग को अवगत कराया। गर्ग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत मॉडल टाउन थाने को इसकी गहराई से जांच करने के आदेश दिए। महम की रहने वाली खिलाड़ी 27 मई को संदिग्ध हालत में अपने घर से गायब हो गई थी। इस बारे में रोहतक पुलिस को सूचना दे दी गई थी। 
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  बीवी ने सेक्स नहीं किया तो दे दिया तलाक 


मुंबई में एक शादी इसलिए टूट गई क्योंकि बीवी सेक्स नहीं कर पा रही थी। जोगेश्वरी के रहने वाले 47 वर्षीय अनंत पाटिल (परिवर्तित नाम) ने अपनी पत्नी अमिषा पटेल(परिवर्तित नाम) से 1 जून 2012 को तलाक लिया है। दोनों की शादी दस जुलाई 2005 को हुई थी। शादी के कुछ समय तक तो सब ठीक ठाक था लेकिन कुछ वक्त बाद अनंत को लगा कि अमीषा का बर्ताव असामान्य है।


पाटिल का कहना है कि शादी के वक्त उन्हें यह नहीं बताया गया था कि अमीषा कथित रूप से मानसिक रूप से बीमार है। शादी के बाद अमीषा हमेशा बीमार रहने लगी। वह नियमित रूप से अपने फैमिली डॉक्टर के पास जाती थी। डॉक्टर अमीषा को जो दवाएं लिख रहे थे,उनके अलावा भी वह अन्य दवाएं ले रही थी।


12 अगस्त 2006 को अमीषा अपने गहने लेकर अनंत पाटिल का घर छोड़कर चली गई। तीन साल बाद 10 सितंबर 2009 को अमीषा वापस घर आ गई। उस समय अमीषा ने अनंत को डॉक्टर की एक चिट्ठी पकड़ाई। अमीषा ने स्वीकार किया कि वह 2002 से नींद की गोलियां ले रही थी। इसके बाद अनंत ने कोर्ट में तलाक की अर्जी दायर कर दी। अर्जी में बताया कि अमीषा के परिवार ने जानबूझकर उन्हें और उनके परिवार को यह बात नहीं बताई। इसके बाद अनंत ने कोर्ट में तलाक के लिए अर्जी दी। दोनों की बांद्रा के फैमिली कोर्ट में काउंसलिंग हुई लेकिन दोनों की शादी नहीं बच पाई। अनंत ने कोर्ट में कहा कि अमीषा सेक्स नहीं कर पाती थी।

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